नई दिल्ली। दिल्ली सरकार का कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जर शहर में आईपीएल मैचों के आयोजन कराने की अनुमति नहीं देने के फैसले ने बीसीसीआई की परेशानियां बढ़ा दी है और अब क्रिकेट बोर्ड खाली स्टेडियमों में मैच कराने पर सहमति रखने वाले राज्यों में वैकल्पिक स्थानों की तलाश कर रहा है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि विश्वभर में खौफ का माहौल पैदा करने वाली इस घातक बीमारी को फैलने से रोकने के लिये राष्टीय राजधानी में एक महीने तक कोई खेल प्रतियोगिता नहीं होगी आईपीएल 29 मार्च को मुंबई में शुरू होगा और दिल्ली का पहला मैच 30 मार्च को होगा। सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आईपीएल सहित सभी खेलकूद गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। बीसीसीआई से जब इस बारे में पूछा गया तो उसने उन वैकल्पिक स्थानों को गिनाया जो मेजबानी कर सकते हैं। दिल्ली आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स का घरेलू शहर है ।बीसीसीआई सूत्रों ने एजेंसी से कहा है कि लखनऊ पिछले कुछ समय से आईपीएल मैचों की मेजबानी करना चाहता थाअगर यह टूर्नामेंट बंद दरवाजों में ही आयोजित करना है तो फिर यह मायने नहीं रखता कि यह कहां खेला जा रहा है। दिल्ली से पहले कर्नाटक ने भी आईपीएल मैचों की मेजबानी करने में अनिच्छा व्यक्त की थी जबकि महाराष्ट्र ने टिकटों की बिक्री पर रोक लगा दी है। दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सीवायड-19 (कोरोना वायरस) को गुरुवार को महामारी घोषित कर दिया है। एलजी अनिल बैजल और मुख्यमंत्री त्रा अरविंद केजरीवाल के बीच हुई समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में दिल्ली सरकार ने ऐहतियात के तौर पर सभी सिनेमा हाल और जिन स्कूलों व कालेजों में परीक्षाएं नहीं हैं, उन सभी को आगामी 31 मार्च तक बंद करने का फैसला लिया है ।एलजी के साथ समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री अरविदं केजरीवाल ने बताया कि कोरोना को लेकर उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि बैठक में, अभी तक जो भी कदम उठाए गए हैं, उन सभी की समीक्षा की गई है और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। दिल्ली सरकार ने सभी सिनेमा हाल को आगामी 31 मार्च तक बंद करने का फैसला लिया है। जहां पर एग्जाम नहीं है, वह सभी स्कूल और कालेज भी बंद किए जाएंगे। मरीजों को कोरेंटाइन (अलग से रखने )करने के लिए हमारे पास पर्याप्त बेड हैं। हमारे ड्रसिब के खाली फ्लैट में बेड का इंतजाम किया जा रहा है। बुराड़ी समेत अन्य निर्माणाधीन अस्पतालों में भी कोरेंटाइन करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा अस्पतालों में 500 से अधिक बेड तैयार हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना को दिल्ली सरकार ने महामारी घोषित करने का फैसला लिया है। इसके अलावा सभी सरकारी कार्यालय, सभी निजी कार्यालय, माल्स और दुकान समेत सभी सार्वजनिक स्थानों के लिए अनिवार्य किया जा रहा है कि वे आपने सार्वजनिक स्थान को डिसइंफेक्ट (कीटाणु रहित) करेंगे। सभी संस्थानों को प्रतिदिन अपने-अपने सार्वजनिक स्थानों को कीटाणु रहित करने का निर्देश दिया जा रहा है, ताकि कोरोना के खतरे से लोगों को बचाया जा सके ।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से अपील की कि सरकार जो फैसले ले रही है, वह कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए ले रही है। मुझे उम्मीद है कि सभी लोग इसमें सरकार की मदद करेंगे। हम देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में यह बीमारी कितनी तेजी से फैल रही है। अभी तक कोरोना को फैलने से रोकने में जनता ने काफी सहयोग दिया है। इसी तरह से हम चैकन्ने रहते हैं, तो हमारा देश कोरोना वायरस से खतरे से बच सकता है। गौरतबल है कि दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग के लिए दिल्ली सरकार के 40 डाक्टर तैनात किए गए हैं।
दिल्ली में नहीं होंगे आईपीएल मैच