नई दिल्लीमध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को संकट में डालने सात को 10 साल की नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को संकट में डालने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 19 विधायकों को शुक्रवार को बेंगलुरू से भोपाल लाने की तैयारी चल रही है. इन सभी विधायकों की सिंधिया से मुलाकात भी हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि सिंधिया समर्थक 19 विधायक बेंगलुरू में हैं. इन विधायकों को चार्टर विमान से भोपाल लाने की तैयारी है. ये विधायक भोपाल पहुंचकर सिंधिया से मुलाकात कर सकते हैं और उसके बाद विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापति के समक्ष उपस्थित होकर अपने इस्तीफे की पुष्टि कर सकते हैं.सूत्रों का कहना है कि विधायकों के बेंगलुरू से भोपाल आने की संभावना के चलते हवाईअड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. ज्ञात हो कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. इन विधायकों में से 19 बेंगलुरू में हैं. इनके इस्तीफे की मूल प्रति भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभाध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को सौंपी थी.बेंगलुरू गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडोतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभाध्यक्ष तक भेज दिए गए हैं. उसके बाद तीन और विधायक बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह और मनोज चौधरी के भी इस्तीफे आ चुके हैं.